“लोकतंत्र पर हुआ क्रूर हमला”, उपराष्ट्रपति ने क्यों कही यह बात?

“लोकतंत्र पर हुआ क्रूर हमला”, उपराष्ट्रपति ने क्यों कही यह बात?

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत की चुनावी प्रक्रिया में कथित विदेशी हस्तक्षेप की कड़ी निंदा की है

veena reddy usaid: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत की चुनावी प्रक्रिया में कथित विदेशी हस्तक्षेप की कड़ी निंदा की है, इसे लोकतंत्र पर क्रूर हमले कहा है और इसमें शामिल लोगों को बेनकाब करने के लिए गहन जांच का आग्रह किया है। भारत मंडपम में मेडिटेशन लीडर्स के वैश्विक सम्मेलन में बोलते हुए धनकड़ ने USAID फंड के आवंटन के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में किए गए खुलासे का संदर्भ किया है। आईए थोड़े विस्तार से जानते हैं कि उपराष्ट्रपति ने क्या क्या कहा?

 

क्या क्या कहा उपराष्ट्रपति ने ?

 

डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में किए गए खुलासे को लेकर आश्चर्य जताते हुए धनखड़ ने कहा हाल ही में जो खुलासा हुआ उसे देखकर मैं दंग रह गया। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ने पूरी जिम्मेदारी के साथ जो खुलासा किया है वह यह है कि इस देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को संशोधित और हेर फेर करने की कोशिश की गई है। हमारी चुनाव प्रणाली की शुद्धता को धूमिल करने और कलंकित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी खास संस्था का नाम नहीं लिया लेकिन धनखड़ ने फंडिंग के स्रोत का पता लगाने और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहरने की जरूरत पर जोर दिया उन्होंने कहा मुझे यकीन है कि यह किसी अधिकारी से निकलता है, यह बात सही है क्योंकि यह तथात्मक है, की राशि दी गई थी और यह कोई छोटी राशि नहीं है हमें चाणक्य की शिक्षाओं को अपनाना चाहिए इसकी जड़ों तक जाना चाहिए इसे जड़ से खत्म कर देना चाहिए।

 

पर्दाफाश करने पर दिया ज़ोर

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जोर देकर कहा कि भारत को ऐसी ताकतों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पर्दाफाश हमें पता लगाना चाहिए कि वह लोग कौन है जिन्होंने इस तरह के आक्रमण को स्वीकार किया। हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर क्रूर हमले है यह उन ताकतों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। हमें उनका पर्दाफाश करना चाहिए क्योंकि तभी भारत उस शिखर पर पहुंच पाएगा जिसकी हमने कल्पना की है और जो अब एक सपना नहीं बल्कि हमारा लक्ष्य है। एक विकसित भारत उन्होंने घोषणा की यह टिप्पणी यूएसएड फंडिंग के माध्यम से भारत की चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के कथित बाहरी प्रयासों पर बढ़ते विवाद के बीच आई है।